बेल के पेड़ के फायदे :-आज हम बात करेंगे एक ऐसे पेड़ की जिसे हम सभी जानते हैं — बेल का पेड़। लेकिन इसके इतने चमत्कारी फायदे हैं कि आप जानकर हैरान रह जाएंगे। आइए इसे समझते हैं।
🌿 1. डायबिटीज/शुगर का आयुर्वेदिक इलाज
सुबह खाली पेट 3 बेलपत्र + 3 काली मिर्च पानी से धोकर चबाएं।
इसके बाद 1–2 गिलास पानी पिएं।
यह उपाय 40–45 दिन तक लगातार करें।
डायबिटीज पूरी तरह नियंत्रित हो जाती है।
Own:-TrendTaza
💥 1. बवासीर (Piles) से राहत
- बेल फल का शरबत दिन में दो बार 100ml पिएं।
- 15–20 दिन में बवासीर (खूनी और बादी दोनों) में राहत।
- सूखा बेल गूदा पाउडर बनाकर 2 चम्मच सुबह-शाम सादे पानी से लें।
बेलफल + मिश्री का शरबत सुबह-शाम आधा लीटर पिएं।
3–4 दिन में आराम।
पेशाब की जलन और रुकावट
- बेलफल पाउडर (50g) + मुलेठी पाउडर (50g) मिलाएं।
- सुबह-शाम एक चम्मच दही में मिलाकर खाएं।
- पेशाब की हर समस्या दूर।
पेशाब की जलन और रुकावट
- बेलफल पाउडर (50g) + मुलेठी पाउडर (50g) मिलाएं।
- सुबह-शाम एक चम्मच दही में मिलाकर खाएं।
- पेशाब की हर समस्या दूर।
हार्टबर्न और बाल झड़ना
- शहद के साथ बेल का शरबत दिन में दो बार पिएं।
- दिल की जलन में राहत और बाल झड़ना 1 महीने में रुकता है।
मुंह, जीभ और गले के छाले/जलन
- बेल का शरबत + शहद सेवन करें।
- मुंह, गले, सीने की जलन में लाभ।
रतौंधी व मोतियाबिंद
- रतौंधी या मोतियाबिंद से ग्रसित व्यक्ति बेल शरबत का सेवन करें।
- 1 महीने में असर दिखने लगेगा।
पुरुषों के लिए धातु रोग में फायदेमंद
- पेशाब के साथ धातु जाने की समस्या में यह पेट की गर्मी से संबंधित है।
- बेल शरबत + शहद का सेवन करें।
महिलाओं के रोग – लिकोरिया व मासिक धर्म की गड़बड़ी
- लिकोरिया: सुबह-शाम 50ml शरबत पिएं।
- अत्यधिक रक्तस्राव/अनियमितता: 30–50ml शरबत 2 बार लें।
पीलिया (Jaundice) में बेलपत्र का उपयोग
- 40–50ml बेलपत्र रस + सजन के पत्तों का रस, सुबह खाली पेट लें।
- 2 दिन में पीलिया ठीक हो सकता है।
कब्ज व पेट की सफाई
- बेल शरबत दिन में 3 बार सेवन करें।
- 3 दिन में कब्ज दूर।
अंतिम शब्द
बेल फल कोई मामूली फल नहीं, यह आयुर्वेदिक खजाना है। इसके फायदे जानकर आप खुद हैरान रह जाएंगे।
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धन्यवाद! नमस्कार दोस्तों!